कल्पना चावला का जीवन परिचय | Kalpana Chawla Biography in Hindi)

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कल्पना चावला एक भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री और अंतरिक्ष शटल मिशन विशेषज्ञ थी। और अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला थी।वे कोलंबिया अंतरिक्ष यान आपदा में मारे गए सात यात्री सदस्यों में से एक थी। उनकी प्रतिभा लगन और उनका समस्त विश्व को दिया गया योगदान सदा अविस्मरणीय रहेगा।

कल्पना का सर्वाधिक महत्वपूर्ण गुण था उसकी लग्न और जुझारू प्रवृत्ति प्रफुल्ल सभा तथा बढ़ते अनुभव के साथ कल्पना ना तो काम करने में अलसी थी और ना सफलता में घबराने वाली थी. धीरे-धीरे निश्चयपूर्वक युवती कल्पना ने स्त्री–पुरुष के भेदभाव से ऊपर उठकर काम किया तथा कक्षा में अकेली छात्रा होने पर भी उसने अपनी अलग छाप छोड़ी।

कल्पना चावला ने स्थिति आज की लड़कियों की आदत है आज की लड़कियों को यह सोचना चाहिए कि जब कल्पना चावला एक मध्यमवर्गीय परिवार से होने के बावजूद इतना सबका सकती है तो वह क्यों नहीं?

जिस समय भारत का यंत्रज्ञान ज्यादा मजबूत नहीं था और उस समय लोगों को अंतरिक्ष की समझ भी नहीं थी उस समय कल्पना चावला ने अंतरिक्ष में जाके पूरे विश्व जगत में भारत का परचम लहराया है, उनके भारत के इतिहास में इस योगदान के लिए भारत सदैव ही उनका आभारी रहेगा।

कल्पना चावला का जीवन परिचय | Kalpana Chawla Biography in Hindi)

कल्पना चावला का जीवन परिचय

नाम (Name)कल्पना चावला
जन्म (Birthday)1 जुलाई 1961
जन्म स्थान (Birth Place)करनाल
पेशा (Profession)इंजीनियर, टेक्नोलॉजिस्ट
लंबाई (Height)5 फीट 7 इंच
बालों का रंग (Hair Colour)काला
आंखों का रंग (Eyes Colour)काला
प्राथमिक शिक्षा (School)करनाल से
बीएससी (B.Sc.)पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से
एम.एस (M S)टैक्सास यूनिवर्सिटी से एयरोस्पेस इंजीनियरिंग
पीएचडी (PHD)एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में कोलोराडो यूनिवर्सिटी से
पहली अंतरिक्ष की यात्रा (First Speace Walk)1996 में STS– 87
दूसरी और अंतिम अंतरिक्ष यात्रा (Second And Last Speace Walk)2003 में STS-107 फ्लाइट
मृत्यु (Death)1 फरवरी 2003
मृत्यु का कारण (Death Cause)स्पेस शटल का टूटना

कल्पना चावला कौन है? (Who is Kalpana Chawla)

कल्पना चावला अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय महिला थी वह शटल मिशन विशेषज्ञ थी। एक भारतीय अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री थी। वह कोलंबिया अंतरिक्ष यान आपदा में मारे गए सात यात्रियों में से एक है।

कल्पना चावला का जन्म एवं शुरुआती जीवन

अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला का जन्म 1 जुलाई 1980 को हरियाणा राज्य में स्थित एक छोटे से शहर करनाल में हुआ था कल्पना चावला के पिता का नाम बनारसी लाल चावला और माता का नाम संजीव जी चावला

कल्पना चावला के माता–पिता का एक बेटा और दो अन्य बेटियां थी उनकी दो बेटियों के नाम सुनीता चावला और दीपा चावल आते जबकि उनके भाई का नाम संजय चावला था।

कल्पना चावला अपने सभी भाई बहनों में सबसे छोटी थी इसी वजह से कल्पना चावला को अपने माता-पिता का भरपूर प्यार मिलता था कल्पना चावला बचपन से ही बहुत ही चंचल स्वभाव की थी अपने चंचल स्वभाव के कारण किसी को भी वह मोहित कर लेती थी इसी वजह से कल्पना चावला सभी की चहेती हुआ करती थी।

कल्पना चावला की शिक्षा (Kalpana Chawla Education)

कल्पना चावला की परवरिश उन्मुक्त माहौल में हुई थी जिसमें पूर्व मेहनत को प्रोत्साहन मिलता था। कल्पना चावला की प्रारंभिक शिक्षा करनाल से प्राप्त की उसके बाद कल्पना ने अपनी बीएससी भी 1982 में भारत के ही पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में की।

उसके बाद वह मास्टर की डिग्री करने के लिए टैक्सास चली गई जहां कल्पना ने टैक्सास यूनिवर्सिटी से 1984 में एयरोस्पेस इंजीनियरिंग में एमएससी की डिग्री की इसके बाद 1988 में उन्होंने कोलोराडो यूनिवर्सिटी से डॉक्टरेट की डिग्री हासिल की।

कल्पना चावला का परिवार (Kalpana Chawla Family)

पिता का नाम (Father Name)बनारसी लाल चावला
माता का नाम (Mother Name )संज्योथी चावला
बहनें (Sisters)दीपा और सुनीता
पति (Husband)जीन पियरे हैरिसन

कल्पना चावला की शादी (Kalpana Chawla Marriage, Husband)

कल्पना चावला की मुलाकात जीन पियरे हैरिसन से हुई जो एक युवा, लंबा और सुंदर आदमी था। उस समय वह पेशेवर पायलट योग्यता प्राप्त करने का काम कर रहे थे। वह दोनों वास्तव में अच्छी तरह से हिट हुए और करीबी दोस्त बन गए। वह एक ऐसे युगल थे जिन्होंने बहुत ही सामान्य रूचियों और पसंद को साझा किया था, वह एक दूसरे के पूरक थे। यहां उनके शौक से लेकर उनके द्वारा साझा किए गए विचारों ने उनके बंधन को और भी मजबूत किया और यह बंधन उनकी शादी का चरमोत्कर्ष था जो 2 दिसंबर 1983 को आयोजित किया गया थ।

कल्पना चावला का करियर (Kalpana Chawla Career)

सन 1988 में उन्होंने नासा के ‘अमेश रिसर्च सेंटर’ में ओवरसेट मेंथड्स में बतौर उपाध्यक्ष कार्य करना प्रारंभ किया वहां उन्होंने बी/ एसटीओएल सीएफडी पर अनुसंधान किया। कल्पना चावला को हवाई जहाज, ग्लाइडरों, व व्यवसायिक विमानचालन के लाइसेंसों के लिए प्रमाणित उड़ान प्रशिक्षक का दर्जा हासिल था। उन्हें एकल वा बहू इंजन अभियानों के लिए व्यवसायिक विमान चालक के लाइसेंस भी प्राप्त थे।

सन 1991 में कल्पना चावला ने अमेरिका की नागरिकता हासिल कर ली और नासा एस्ट्रोनॉट कोर्प के लिए आवेदन कर दिया मार्च 1955 में उन्होंने नासा एस्ट्रोनॉट कोर्प ज्वाइन कर लिया और उन्हें सन 1996 में पहली उड़ान के लिए चुना गया।

उनकी पहली अंतरिक्ष उड़ान कोलंबिया में 19 नवंबर 1997 को प्रारंभ हुई इस स्पेस यात्रा के दौरान कल्पना चावला समेत दल में कुल 6 सदस्य थे इसकी उड़ान के साथ वे अंतरिक्ष की यात्रा करने वाली पहली भारतीय महिला और दूसरी भारतीय बन गई इससे पहले भारत के राकेश शर्मा ने सन 1984 में अंतरिक्ष की यात्रा की थी।

कल्पना चावला का जीवन परिचय | Kalpana Chawla Biography in Hindi)

अपनी पहली उड़ान में कल्पना चावला ने लगभग एक करोड़ मील की यात्रा की जो पृथ्वी के लगभग 252 चक्कर के बराबर थी। उन्होंने कुल 372 घंटे अंतरिक्ष में बिताए। इस यात्रा के दौरान उन्हें स्पार्टन उपग्रह को स्थापित करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी पर इस उपग्रह ने ठीक से कार्य नहीं किया जिसके फलस्वरूप स्वरूप

इस उपग्रह को पकड़ने के लिए दो अंतरिक्ष यात्रियों वेस्टर्न स्कॉर्ट और तकाओ दोई को अंतरिक्षा करना पड़ा। इस गड़बड़ी की वजह जानने के लिए नासा ने 5 महीने तक की जांच की जिसके बाद यह पाया गया कि गड़बड़ी कल्पना के वजह से नहीं बल्कि सॉफ्टवेयर इंटरफ़ेस और फ्लाइट क्रु और ग्राउंड कंट्रोल के कार्य प्रणाली में खामियों की वजह से हुई थी।

उनकी पहली अंतरिक्ष यात्रा (एसटीएस 87) के बाद इससे जुड़ी गतिविधियां पूरी करने के बाद कल्पना चावला को एस्ट्रोनॉट कार्यालय में ‘स्पेस स्टेशन’ पर कार्य करने की तकनीकी जिम्मेदारी सौंपी गई।

सन 2002 में कल्पना को उनके दूसरे अंतरिक्ष चौहन के लिए चुना गया उन्हें कोलंबिया अंतरिक्ष यान के sts-107 उड़ान के दल में शामिल किया गया कुछ तकनीकों और अन्य कारणों से यह अभियान लगातार पीछे के साथ तारा और अंततः 16 जनवरी 2003 को कल्पना ने कोलंबिया पर चढ़कर sts-107 मिशन का आरंभ किया।

उड़ान दल की जिम्मेदारियों में शामिल थे लघुगुरुत्व प्रयोग जिसके लिए दल 80 प्रयोग किए, जिसके जरिए पृथ्वी वा अंतरिक्ष विज्ञान, उन्नत तकनीक विकास व अंतरिक्ष यात्री स्वास्थ्य व सुरक्षा का भी अध्ययन किया गया।

कल्पना चावला की मृत्यु (Kalpana Chawla Death)

1 फरवरी 2003 की सुबह जब स्पेस शटल धरती पर लौट रहा था और कैनेडी स्पेस सेंटर पर लैंड करने वाला था तब लांच के समय एक ब्रीफकेस के आकार का इंसुलेशन का टुकड़ा टूट गया जो कि इसकी रीएंट्री के समय हिट से रक्षा कर रही थी जैसे ही सटल वातावरण में पहुंचा विंग के अंदर की गर्म हवा ने इस विमान को तोड़ दिया ।

उनके विमान के टूटने के बाद कल्पना चावला और उनके साथ में सवार अन्य सदस्य उसी अंतरिक्ष यान में मृत्यु को प्राप्त हो गए यह घटना ना केवल कोलंबिया के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए बेहद दर्दनाक थी यह घटना करीब 16 दिनों की यात्रा के बाद अंतरिक्ष से लौटते समय हुई थी।

कल्पना चावला से जुड़े कुछ रोचक तथ्य

  • हरियाणा सरकार ने एक तारामंडल बनाया जिसका नाम कल्पना चावला के नाम पर रखा गया है।
  • पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज में लड़कियों के छात्रावास का नाम कल्पना चावला के नाम पर है।
  • 2004 में कर्नाटक सरकार द्वारा युवा महिला वैज्ञानिकों के लिए कल्पना चावला पुरस्कार की स्थापना की गई है।
  • न्यूयॉर्क शहर में जैक्सन हाइट क्वींस के 74 रास्ते के नाम को पुनः नामकरण करके कल्पना चावला का रास्ता किया गया है।
  • 2004 में कल्पना चावला के सम्मान में टेक्सास विश्वविद्यालय में एक से शयनागार कल्पना चावला हाल के नाम के रूप से रखा गया।

FAQ:

अंतरिक्ष में जाने वाली पहली महिला का नाम क्या है?

वेलेंटीना टैरेशकोवा।

कल्पना चावला ने कितनी बार अंतरिक्ष यात्रा की थी?

दो बार।

कल्पना चावला का जन्म कब हुआ था?

कल्पना चावला का जन्म 17 मार्च 1962 को करनाल (भारत) में हुआ था।

कल्पना चावला कौन है?

कल्पना चावला 1997 में अंतरिक्ष में जाने वाली पहली भारतीय मूल की महिला थी।

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निष्‍कर्ष

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