पीयूष गोयल का जीवन परिचय | Mirror Image Man Piyush Goel Biography In Hindi

पीयूष गोयल का जीवन परिचय, जीवनी, जन्म, उम्र, शिक्षा, परिवार, पत्नी, पुस्तकें, संपत्ति (Mirror Image Man Piyush Goel Biography In Hindi, Wiki, Family, Education, Birthday, Education, Marriage, Wife, Age, Children’s, Books, Net Worth, Photo, Hobbies)

नमस्कार दोस्तों आज के अपने लेख के माध्यम से हम आपका परिचय एक ऐसे व्यक्तित्व के साथ करवाने जा रहे हैं जिन्हें मिरर इमेज मैन के नाम से जाना जाता है, और वह सुई धागा की मदद से पुस्तक लिखने वाले दुनिया के पहले लेखक हैं।

दोस्तों हम जिनकी बात कर रहे हैं उनका नाम है पीयूष गोयल और वह एक नहीं बल्कि 5 प्रकार से पुस्तक लिखने का हुनर जानते हैं, और उनके द्वारा लिखी गई पुस्तकें अपने आप में किसी चमत्कार से कम नहीं है।

तो दोस्तों आज के अपने लेख पीयूष गोयल का जीवन परिचय (Mirror Image Man Piyush Goel Biography In Hindi) में हम आप को उनके बारे में ऐसी ही बहुत सारी रोचक जानकारियां देंगे तो आइए जानते हैं उनके बारे में-

पीयूष गोयल का जीवन परिचय | Mirror Image Man Piyush Goyal Biography In Hindi

Table of Contents

पीयूष गोयल ( मिरर इमेज मैन) का जीवन परिचय

नाम (Full Name)पीयूष गोयल
अन्य नाम (Nick Name)मिरर इमेज मैन ऑफ इंडिया
पेशा (Profession)लेखक, मोटिवेशनल स्पीकर व इंजीनियर
प्रसिद्ध (Famous For)लेखन की अपनी विभिन्न कलाओं के लिए
जन्म (Date of Birth)10 फरवरी 1967
उम्र (Age)56 वर्ष 2023 के अनुसार
राशि (Zodiac Sign)कुंभा
धर्म (Religion)हिंदू
नागरिकता (Nationality)भारतीय
शैक्षिक योग्यता (Education Qualification)मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा
शौक (Hobbies)ऑटोग्राफ को इकट्ठा करना
वैवाहिक स्थिति (Marital Status)विवाहित

पीयूष गोयल कौन है? (Who is Piyush Goel)

10 फरवरी 1967 को जन्मे और मिरर इमेज मैन नाम से प्रसिद्ध पीयूष गोयल एक इंजीनियर, मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक है, और विभिन्न प्रकार की लेखन की कलाओं का ज्ञान रखते हैं एवं सुई से लिखी गई दुनिया की पहली पुस्तक ‘मधुशाला’ के लेखक हैं।

उनके पिता का नाम डॉक्टर देवेंद्र कुमार गोयल व माता जी का नाम रविकांता गोयल है। मैकनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की शिक्षा प्राप्त करते वक्त वर्ष 2000 में उनका एक्सीडेंट हो गया था।

उन्हें उस हादसे से उबरने में एक लंबा समय लग गया और वह अपने इस समय में लगातार श्रीमद्भागवत गीता को पढ़ते रहे जिनसे उन्हें कुछ अलग करने की प्रेरणा प्राप्त हुई और आज वह इस मुकाम पर पहुंच चुके हैं।

पीयूष गोयल की शिक्षा (Piyush Goel Education)

पीयूष गोयल जी एक अच्छे विद्यार्थी रहे हैं और उन्हें बचपन से ही पढ़ने का बहुत शौक रहा है उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा को उत्तीर्ण करने के बाद मेकेनिकल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा की शिक्षा प्राप्त की है।

पीयूष गोयल का परिवार (Piyush Goel Family)

पिता का नाम (Father’s Name)डॉ. डीके गोयल
माता का नाम (Mother’s Name)रविकांता गोयल
बहन का नाम (Sister’s Name)ज्ञात नहीं
भाई का नाम (Brother’s Name)ज्ञात नहीं
पत्नी का नाम (Wife’s Name)ज्ञात नहीं
बेटी का नाम (Daughter’s Name)याशिका गोयल
बेटे का नाम (Son’s Name)मयंक गोयल
हिमेश गोयल

पीयूष गोयल की पत्नी, बच्चे (Piyush Goel Wife & Children’s)

दोस्तों आपको बता दें कि पियूष गोयल जी का विवाह हो चुका है और उनकी एक बेटी याशिका गोयल और दो बेटे मयंक गोयल और हिमेश गोयल हैं।

पीयूष गोयल की कहानी (Piyush Goel Story)

दोस्तों पीयूष गोयल की लेखन की कला कुछ इस प्रकार की है कि जब भी कोई व्यक्ति पहली बार उनकी पुस्तकों को देखता है तो उन्हें देखकर वह हतप्रभ वह जाता है।

और उनकी किताबों को देखने वाले व्यक्ति के दिलो-दिमाग में पहला ख्याल यही आता है कि आखिर किसी व्यक्ति के अंदर इस प्रकार से लिखने विचार कैसे आया होगा?

दोस्तों आपको यह तो पता ही होगा कि यदि आपके अंदर किसी काम को करने की धुन सवार हो तो पूरी कायनात ही आपको उस काम में सफलता दिलाने के लिए जुट जाती है। कुछ ऐसी ही कहानी है पीयूष गोयल जी की।

और यह बात है वर्ष 2000 की है जब पीयूष गोयल जी का एक्सीडेंट हो गया था और उन्हें इस हादसे की गिरफ्त से बाहर निकालने में करीब 9 महीने का एक लंबा समय लग गया।

उन्होंने अपने इन 9 महीनों के सफर में श्रीमद्भगवद्गीता को कई बार पढ़ा और अपने जीवन में उतारा और ठीक होकर कुछ अलग करने का सोचा जिसको किसी ने ना किया हो।

अपने इसी सोच के साथ 50 वर्षीय पियूष गोयल अपनी धुन में रमकर शब्दों को उल्टा लिखने का प्रयास करने लगे और ऐसा अभ्यास बनाया कि उसी शैली में उन्होंने कई पुस्तकें लिख दी। और उन्हें मिरर इमेज मैन नाम से जाना जाने लगा।

उनके द्वारा मेरा शैली में लिखी गई पुस्तकों को पढ़ने के लिए आपको को दर्पण का सहारा लेना पड़ता है क्योंकि दर्पण में उल्टे अक्षर सीधे दिखाई देंगे और आप उसे आसानी से पढ़ सकेंगे।

पीयूष गोयल का जीवन परिचय | Mirror Image Man Piyush Goyal Biography In Hindi

पीयूष गोयल द्वारा लिखी गई पुस्तकें (Piyush Goel Books)

भागवत गीता – उल्टे अक्षरों में लिखी गई

अध्यात्म, दर्शन और कर्मफल संस्कृति को व्यापकता और सहजता के साथ जनग्राही बनाने वाली भगवत गीता को पीयूष गोयल जी ने इस किताब को उल्टे शब्दों में कुछ इस प्रकार से लिखा है कि पहली बार देखने वाला व्यक्ति एक बार के लिए भौचक्का रह जाता है।

क्योंकि जब आप इसे पहली बार देखेंगे तो आपको यह समझ में ही नहीं आएगा कि यह किताब किस भाषा शैली में लिखी गई है परंतु आप जैसे ही इसे दर्पण के सामने लेकर पहुंचेंगे तो इसके अक्षर आपको सीधे नजर आने लगेंगे और यह किताब खुद-ब-खुद आपसे बोलने लगेगी।

मधुशाला – सुई से लिखी गई दुनिया की पहली पुस्तक

दोस्तों पीयूष गोयल जी ने 2-3 महीनों की मेहनत के साथ हरिवंशराय बच्चन जी की विश्व प्रसिद्ध किताब ‘मधुशाला’ को कुछ इस अंदाज व तरीके से लिखा है कि देखने वाला व्यक्ति एक पल के लिए आश्चर्यचकित होकर रह जाता है।

और सोचता है कि क्या इस प्रकार से भी किसी किताब को लिखा जा सकता है इसके साथ ही आपको यह किताब पढ़ने के लिए दर्पण की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।

क्योंकि यह किताब सुई की मदद से लिखी गई है जिसके कारण जब आप पेज को दूसरी तरफ से देखते हैं तो आपको माला में पिरोए गए मोतियों की भांति शब्द साफ नजर आते हैं और आप उनको आसानी से पढ़ सकते हैं।

गीतांजलि – मेहंदी कोन से लिखी गई

विभिन्न प्रकार की वस्तुओं से पुस्तकें लिखने की अपनी शैली को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने नोबेल पुरस्कार विजेता रवींद्रनाथ टैगोर की विश्व प्रसिद्ध कृति ‘गीतांजलि’ को ‘मेहंदी के कोन’ से एक अलग ही अंदाज में लिखा है।

उन्होंने 8 जुलाई 2012 को यह पुस्तक लिखनी शुरू की थी, और 5 अगस्त 2012 तक के सभी 103 अध्याय पूरे कर दिए इसको लिखने में उन्होंने 17 मेहंदी कोन और दो नोटबुक प्रयोग की है।

पीयूष वाणी – कील से लिखी

पीयूष गोयल जी ने अपनी किताब ‘पीयूष वाणी’ को ए-फोर साइज के एल्यूमीनियम प्लेट्स पर लिखा है, एवं जब उनसे इसके बारे में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि-

जब वह है सुई की मदद से दुनिया की पहली पुस्तक लिख रहे थे तब उनके अंदर विचार आया क्यों ना कील से भी लिखने का प्रयास किया जाए तो उन्होंने अपने इस विचार को आकार देते हुए इस किताब को लिखा है।

पंचतंत्र – कार्बन पेपर की सहायता से लिखी गई

अपने विचारों को धरातल पर उतारते हुए हुआ कहना अध्ययन व अभ्यास के बाद उन्होंने कार्बन पेपर की सहायता से ‘अंश विष्णुशर्मा’ द्वारा लिखित ‘पंचतंत्र’ की सभी 41 कहानियों को लिखा है।

उन्होंने कार्बन पेपर की सहायता से प्रष्ठो को उल्टा करके लिखा है जिससे पेपर के दूसरी ओर से शब्द सीधे दिखाई देंगे और आप उन्हें आसानी से पढ़ सकेंगे।

अतः एक ओर से देखने पर आपको इस पुस्तक के शब्द मिरर इमेज और दूसरी तरफ से देखने पर सीधे दिखाई देंगे।

पीयूष गोयल द्वारा अब तक लिखी गई पुस्तकें :-

पुस्तक का नामलेखन का माध्यम
श्रीमद्भागवत गीतापेन
श्रीमद्भागवत गीतापेन
श्री दुर्गा सप्तसत्तीपेन
श्री साईं सतचरित्रापेन
श्री साईं सतचरित्रापेन
सुंदरकांड (2 बार)पेन
रामचरित्रमानस (केवल दोहा, सोरठा और चौपाई)पेन
मधुशालासुई से
गीतांजलिमेहंदी से
पीयूष वाणीकील से
पीयूष वाणीफैब्रिक कोन लाइनर से
पंचतंत्रकार्बन पेपर से
मेरी इक्यावन कविताएंमैजिक सीट पर लकड़ी की कलम से
चाणक्य नीतिलकड़ी की कलम से

पीयूष गोयल के अनमोल विचार (Piyush Goel Quotes in Hindi)

“वर्तमान की आवश्यकता भविष्य की निधि है!”

“प्रलोभन व्यक्ति को विचलित करता है!”

“आलोचना मुझे कुछ और अच्छा करने के लिए प्रेरित करती है!”

“जोखिम उठाने वालों के लिए असफलता एक उपहार है!”

“फल की इच्छा रखने वाले फूल नहीं तोड़ा करते!”

“जीवन में लक्ष्य जरूर निर्धारित करो, लक्ष्य मिलने पर आकार बड़ा कर दो!”

“किसी भी कार्य के पर्याय बन जाओ, प्रसिद्धि अवश्य मिल जाएगी!’

“तुम्हारे प्रयास फल की तरह खट्टे मीठे हो सकते हैं, पर सफलता मीठी ही होती है!”

पीयूष गोयल का जीवन परिचय | Mirror Image Man Piyush Goyal Biography In Hindi

यूष गोयल से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण रोचक तथ्य-

  • पीयूष गोयल का जन्म एवं पालन पोषण एक सामान्य से हिंदू परिवार में हुआ है।
  • उन्हें बचपन से ही पढ़ने और लिखने का बहुत शौक रहा है।
  • उन्हें चीजों को संग्रहित करने का बहुत शौक है और उनके पास प्रथम दिवस आवरण, पेन व विश्व प्रसिद्ध लोगों के ऑटोग्राफ का एक अच्छा संग्रह है।
  • वह पेशे से एक डिप्लोमा धारक यांत्रिक इंजीनियर हैं।
  • साल 2000 में उनका एक एक्सीडेंट हो गया था जिसके उबरने में उन्हें करीब 9 महीने का समय लगा थ।
  • उन्होंने अपने इन 9 महीनों के समय में भागवत गीता को पढ़ा और अपने जीवन में उतारने का प्रयास किया है।
  • श्रीमद्भागवत गीता उनकी पहली पुस्तक है जिसे उन्होंने उल्टे शब्दों में लिखा है।
  • वह सुई की मदद से लिखने वाले दुनिया के पहले लेखक हैं।
  • उन्होंने हिंदी के साथ-साथ इंग्लिश व संस्कृत भाषाओं में भी पुस्तकें लिखी हैं।
  • वह अभी तक 5 प्रकार से लगभग 15 पुस्तकें लिख चुके हैं।
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FAQ:

पीयूष गोयल कौन है?

10 फरवरी 1967 को जन्मे और मिरर इमेज मैन नाम से प्रसिद्ध पीयूष गोयल एक इंजीनियर, मोटिवेशनल स्पीकर और लेखक है, और विभिन्न प्रकार की लेखन की कलाओं का ज्ञान रखते हैं एवं सुई से लिखी गई दुनिया की पहली पुस्तक ‘मधुशाला’ के लेखक हैं।

पीयूष गोयल की उम्र कितनी है?

वर्ष 2023 के अनुसार भारतीय लेखक और मोटिवेशनल स्पीकर पियूष गोयल की उम्र 56 वर्ष है।

पीयूष गोयल कितने प्रकार से पुस्तकों को लिखते हैं?

पीयूष गोयल पेन, सुई, मेहंदी कोन, कार्बन पेपर और लकड़ी की कलम का प्रयोग करते हुए 5 माध्यमों से पुस्तकें लिखने का कार्य करते हैं।

पीयूष गोयल की पत्नी कौन है?

आपको बता दें कि पियूष गोयल जी का विवाह हो चुका है और उनकी एक बेटी याशिका गोयल और दो बेटे मयंक गोयल और हिमेश गोयल हैं।

सुई से लिखी गई दुनिया की पहली पुस्तक कौन है?

श्री हरिवंश राय बच्चन जी की विश्व प्रसिद्ध कृति ‘मधुशाला’ को दुनिया में पहली बार पियूष गोयल जी के द्वारा आज सुई की सहायता से लिखा गया।

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निष्‍कर्ष

मैं आशा करता हूं की आपको “पीयूष गोयल का जीवन परिचय (Mirror Image Man Piyush Goel Biography In Hindi)” पसंद आया होगा। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आया है तो कमेंट करके अपनी राय दे, और इसे अपने दोस्तो और सोशल मीडिया में भी शेयर करे।

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